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Showing posts from June, 2020

56 से 59 की टक्कर

भारत सरकार ने के आदेशानुसार सुप्रीम कोर्ट ने 29 जून को 59 चाइनीज़ ऐप्प को भारत में बैन करने का आदेश दिया है । बताते चले चीन द्वारा हमारे 40 से अधिक सैनिकों को शहीद  करने के बाद सीमाई इलाके में माहौल तनावपूर्ण होगया था ।गलवान घाटी पर कब्ज़ा करने की नीयत से चीनी सैनिक हमारी सीमा में घुस आए थे जिसके बाद से देश में चीन को लेकर तनाव बढ़ गया था प्रत्येक नागरिक चीन को सबक सीखाने के लिए तैयार था । एक सुर में चीनी सामानों के बहिष्कार की माँग उठने लगी थी लोगो ने चीन से सामान लेने से मना कर दिया इसी क्रम में 29 जून को सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार को चीन के 59 ऐप्प बैन करने के आदेश दिए । जिन ऐप्प को बंद करने के लिए कहा गया है उसमें वीडियो स्ट्रीमिंग टिक टॉक भी शामिल है टिक टॉक के 120 मिलियन यूज़र अकेले भारत में ही है साथ ही UC BROWSER, CAM SCANNER जैसे प्रमुख ऐप्प भी है पर क्या इन ऐप्प को भारत में बैन करने से हम क़ामयाब होगए हैं ?  2019 मे भी टिक टॉक और UC BROWESER जैसे ऐप्प को बंद करने की मांग उठी थी गूगल प्ले स्टोर ने अपने स्टोर से टिक टॉक को हटा भी दिया था पर फिर से उसे जगह दे दी गयी और वो च...

दरगाहों में धागे फिर भी क़िस्मत के आभाग्ये

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दरगाहों में धागे फिर भी क़िस्मत के आभाग्ये। पास होना है छिल्ला बांध दो शादी करनी है छिल्ला बांध दो नौकरी पानी है छिल्ला बांध दो  घर बनवाना है छिल्ला बांध दो दुनिया का कोई काम करना है सीधा सा फंडा है दरगाह में जाकर छिल्ला बांध दो दिल ईमान से ख़ाली हो फिर भी बंदा अल्लाह से सवाली हो । मौलवी मौलाना ने जितना अब क़ौम को अपाहिज बना दिया पहले कभी नही थी । कभी आपने किसी मौलवी मौलाना को किसी दरगाह में छिल्ला बांधते ज़ियारत करते देखा ? नही ना । देखेंगे भी नही क्योंकि उनका काम है आपको बस बेवकूफ़ बनाना और आप बनते भी है ये अल्लाह के अज़ाब से कम छिल्ला ना बांधने नज़र ना दिलाने से ज़्यादा डराते है । इनके अक़ीदे के मुताबिक़ आप मेहनत ना करें आप छिल्ला बांध दे रातों रात करोड़पति बन जाएंगे । आप पढ़ाई ना करें छिल्ला बांध दे टॉपर बन जाएंगे । आपकी सीरत ओ कीरत अच्छी ना हो शराबी जुआरी हो छिल्ला बाँध दे आपको नेक लड़की मिल जाएगी । अल्लाह और अहलेबैत अलैहिस्सलाम की सीरतों पर अमल करने की जगह ये हमे शैतान का पैरोकार ज़्यादा बनाते हैं । इन्हें भी पता है आपको क्या बताना है । और तो और ये कर्बला की जंग को इस तरह पेश क...

अंग्रेज़ी तो बेरहम और धोखेबाज़

मेरी English दाल में नमक के बराबर है इस भाषा से कभी मुझे प्यार नही था । ये भाषा कम युद्ध नीति ज़्यादा लगती है कभी तुर्रमखां बन कर दल बदल लेती है कभी जयचंद और मीर जाफर बन कर धोखा दे देती है । I am right कब am i right से अपना पाला बदल लें कोई नही जानता May i come से शुरू होकर U can go कर देती है अच्छा ख़ासा कही भी मुंडी घुसेड़ के "आई का" कह दो तो सासम्मान बुला कर बैठाया जाता है U can go की जगह पतली गली से निकल ले कहने से भौकाल भी टाइट रहती है या थोड़ा तमीज़ का तड़का लगाना हो तो "जनाब अपनी तशरीफ़ उठा कर बाइज़्ज़त रुख़्सत हो लीजिए कहने से काम होजाता है I don't care की जगह "घण्टा नही फ़र्क पड़ता है" हमरे घोड़े से" कानो में घंटों गूँजता है । कभी Oh-hell होजाता है कभी hello होजाता है Go to hell की जगह "भरसाई मे जाओ या भाड़ में जाओ वरना भित्तर तो जाना ही जाना है। अरे बताओ ना जाने कौन सी दुश्मनी थी मजे से "मैडम जी मैडम जी पंथाना लगा है" मैडम जी सुसु आयी है कहते थे पर मैडम जी ने सारी भावनाओं पर पानी फेर कर May I go to Toilet  सीखा दिया पानी पीने भी जाना हो तो ब...

डेंगू की बैठक

डेंगू ने आपात बैठक बुलायी जिसमे मुख्य रूप से मलेरिया, टायफाइड, इबोला, ज़ीका वायरस, न्यूमोनिया, इत्यादि सम्मिलित हुवे । डेंगू ने चिंता जताते हुवे बताया कि Middle East Respiratory Syndrome (MERS), Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS) SARS-COV- जैसे अत्याधुनिक तकनीक ने COVID-10 NOBEL CORONA VIRUS जैसे नवीन उत्पाद को बाज़ार में नवंबर माह में चीन के वुहान शहर में उतारा आज Covid-19 की मार्केट वैल्यू इतनी ज़्यादा बढ़ गयी है कि हमारे ऊपर बेरोज़गारी के बादल मंडराने लगे हैं । एशिया से लेकर अफ़्रीका तक जहाँ हमारी ब्रांड वैल्यू इतनी ज़्यादा थी आज वो भी कोरोना वायरस को को तवज्जों देने लगे हैं जिस तरह साधारण तकनीक को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ख़त्म कर दी जिस तरह जावा C++ HTML ने DOS को ख़त्म कर दिया इंटरनेट ने CD कैसेट को ख़त्म कर दिया यूट्यूब और टिकटोक ने सिंगर ,अभिनेता के घमण्ड को ख़त्म कर दिया उसी तरह एक दिन ये कोरोना हमे ख़त्म कर देगा ।  मलेरिया और टाइफाइड ने आगे बढ़ के कहा हाँ डेंगू भाई आप सही कहते हो अब तो किसी के पास जाकर रिक्वेस्ट करनी पड़ती है कि भईया जी 7-14 दिन टारगेट के सापेक्ष 1-2 दिन के लिए ही ...

Adil Zaidi "Kavish"

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Who am I? Myself Adil Zaidi Kavish from Shiraz e Hind from Jaunpur, Uttar Pradesh, Graduated from   T D COLLEGE JAUNPUR (UP ) 2016, B.Com.   belongs to the progeny and lineage of sect Zaidiyyah, Zaidism, or Zaidi Shiasm‎ az-zaydiyya, adjective form Zaidi or Zaydi (occasionally known as Fiver Shias); is one of the  Shia  sects closest in terms of theology to the  Ibadi  and  Mutazila  schools. Zaidiyyah emerged in the eighth century from  Shi'a  Islam.Zaidis are named after  Zayd ibn ʻAlī , the grandson of  Husayn ibn ʻAlī  and the son of the fourth Imam  Ali ibn 'Husain .Followers of the Zaydi  Islamic jurisprudence  are called Zaydi Shia and makeup about 50% of Muslims in  Yemen , with the greatest majority of Shia Muslims in that country being of the Zaydi school of thought. The Zaydi  madhab  emerged in reverence of  Zayd 's failed uprising against the Umayyad Caliph,  Hisham...

My City

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Jaunpur Sultanate The  Jaunpur Sultanate  was an independent Islamic empire in northern  India  between 1394 and 1479, whose rulers ruled from  Jaunpur  in the present-day. state of  Uttar Pradesh . The Jaunpur Sultanate was ruled by the  Sharqi dynasty . The Khwajah-i-Jahan Malik Sarwar, the first ruler of the dynasty was a  wazir  under Sultan  Nasiruddin Muhammad Shah IV Tughluq  (1390–1394). In 1394, amidst the disintegration of the Delhi Sultanate, he established himself as an independent ruler of Jaunpur and extended his authority over  Awadh  and a large part of the  Ganges - Yamuna   Doab  and replaced much of the Delhi Sultanate. The dynasty founded by him was named so because of his title  Mālik-us-Śarq  ("ruler of the East"). The most notable ruler of the dynasty was Ibrahim Shah. Machhlishahr  is a town and an  administrative subdivision  in  Jaunpur district ...