क़िस्मत का "घड़ा" शहज़ादा दर पर है खड़ा
कहते हैं क़िस्मत का लिखा कोई टाल नही सकता । नेकी कभी ज़ाया नही जाती अल्लाह जानता है अपने बन्दों को कब क्या देना है ।
वो ना किसी को मग़रूर करने वाली अमीरी अता करता है ना मायूस होने वाली ग़रीबी । अल्लाह सत्तर माँओ से अफ़ज़ल है एक माँ अपने बेटे का दर्द बर्दाश्त नही कर सकती भला जो सत्तर माँओ से अफ़ज़ल हो यो अपने बन्दों को कैसे टूटने देगा । अल्लाह ने जब रूह ख़ल्क़ की थी तभी अपने बन्दों से अहद ले लिया था कि तुम्हे रूहे ज़मीन पर मुख़्तसर सी ज़िन्दगी के साथ भेज रहा हूँ । तुम्हे भूख, प्यास औलाद ग़ुरबत बीमारी तंगहाली से अज़मायेंगे जो मेरा बंदा होगा जो सब्र करेगा उसको उसका अज्र मिलेगा । एलिन और सिजलीन (अच्छे और बुरे नाम ए अमल को जहाँ लिखा जाएगा) में तुम्हारी हर कारस्तानी दर्ज होगी जो नेक अमाल करेगा अल्लाह उसको बेहिश्त अता करेगा और जो बद अमाल करेगा उसका ठीकाना जहन्नुम है । आज ऐसी ही एक वाक़या आप लोगो को बताते हैं कि अल्लाह जो करता है बेहतर करता है और अल्लाह कैसे अपने नेक बन्दों को मन्ज़िल ए मक़सूद तक पहुँचाता है ।
किसी देश में एक बादशाह रहता था बादशाह था । बादशाह ज़ालिम और लालची था एक बार वो शिकार की तलाश में निकला और रास्ता भटक गया चलते चलते जंगल में उसे एक झोपड़ी नज़र आई वो उस झोपड़ी के पास गया दरवाज़ा खटखटाया एक बूढ़ा शख़्स बाहर आया । बादशाह ने उससे अपने रास्ता भटकने का किस्सा बयां किया । उस बूढ़े लकड़हारे ने कहा जहाँपनाह आप अंदर आइये हम अभी आपके खाने पीने का इंतेज़ाम करते है सूरज ढल चुका है अँधेरा होगया है आज रात आप इसी जगह रुक जाइये कल सुबह आपको हम जंगल के बाहर छोड़ आयेंगे ।
बादशाह रुक गया और उसी जगह खाना खा कर सोगया आधी रात को उसे कुछ आवाज़ लगी उस बादशाह की आँख खुल गयी उसने ग़ौर किया कही से क़ुरआन की तिलावत की आवाज़ आरही है । उसने झोपड़ी के उस तरफ देखा एक छोटा सा हुजरा (कमरा) बना था वहाँ एक बेइंतेहा ख़ूबसूरत लड़की ईबादत में मशरूफ़ थी । बादशाह देखते ही फ़िदा होगया लड़की ने बादशाह को नही देखा वो अपनी ईबादत में मशरूफ़ रही तब तक फज्र का वक़्त हुआ लड़की फज्र की नमाज़ अदा करके जैसे ही अपने बाबा के लिए चाय बनाने निकली सामने एक अजनबी शख़्स को पाया वो लड़की बिल्कुल डर गई तभी उसके बाबा आए और बादशाह से फ़रमाया जहाँपनाह ये मेरी इकलौती बेटी दिलकश है । बादशाह ने फ़रमाया आपकी बेटी मुझे बहुत पसन्द है और मैं इससे शादी करना चाहता हूँ । लड़की के बाबा ने फ़रमाया हुज़ूर मुझे एक महीने का वक़्त दे मैं आपको बताता हूँ बादशाह ने कहा ठीक है बादशाह को उस लकड़हारे ने जंगल के बाहर छोड़ा और वो घर आया उसकी बेटी बेज़ारो क़तार रोती रही बाबा कैसे ऐसे शख़्स से शादी करले जो नमाज़ी नही है मुझे शादी नही करनी ।लकड़हारे ने कहा बेटी अब तो ज़बान दे चुका हूँ लड़की ने कहा अगर आपने किसी मेरी शादी ज़बरदस्ती की तो हम अपनी जान दे देंगे लड़की का बाबा डर गया और वो सोचने लगे ऐसे ही दिन बीतते रहे । लकड़हारा जंगल गया और कुछ जड़ी बूटी लेकर आया और कहा बेटी इसे रोज़ खाना लड़की ने पूछा ये क्या बाबा बोली बेटी तेरे बचने का सामान है तुझे अपनी आँखों के सामने मरते नही देख सकता ना उस ज़ालिम बादशाह का इनकार कर सकता हूँ । तू इसे खा ले लड़की ने उसे खाया तो उसे उससे कै (उल्टी होने लगी) इतनी उल्टियाँ हुई कि उसकी हालत किसी ज़ैफ़ा जैसी होगयी एकदम लागर कमज़ोर बदसूरत सी । लड़की जब उल्टी करती उसका बाबा उसे एक घड़े में भर लेता दिन बीतते रहे दी हुई मुद्दत तमाम हुई राजा ने अपने सिपाहियों को भेजा कि जंगल में एक बूढ़ा शख़्स और उसकी ख़ूबसूरत बेटी रहती है दोनों को लेकर आओ सिपाही आए बूढ़े शख़्स को तो देखा पर वहाँ कोई ख़ूबसूरत लड़की नही थी एक कमज़ोर बूढ़ी औरत बिस्तर पर पड़ी थी । सिपाही बूढ़े को बादशाह के दरबार में लेकर आए बादशाह ने पूछा तेरी बेटी कहा है उसने कहा हुज़ूर मेरी बेटी घड़े में है बादशाह को गुस्सा आगया । बादशाह ने कहा तूने अपनी बेटी को मेरे डर से कही भगा दिया है या उसे मार दिया है । लकड़हारे ने फ़रमाया जहाँपनाह भला मैं क्योंकर अपनी लख्ते जिगर को मारूँगा वो वही है आप चाहे तो ख़ुद चल के देख ले । बादशाह अपने सिपाहियों के साथ लकड़हारे की झोपड़ी में आया और देखा एक बेदम, बदसूरत बदहाल सी लड़की बिस्तर पर पड़ी है बादशाह को यक़ीन नही हुआ कि ये क्या माजरा है बादशाह ने कहा ये क्या हाल होगया इसका मैं अपने राज्य के हकीमों से इसका ईलाज करवाऊंगा । लकड़हारे ने कहा जान की पान हो जहाँपनाह तो कुछ अर्ज़ करूँ । बादशाह ने कहा , कहो क्या कहना है । हुज़ूर इसका ईलाज किसी वैद हक़ीम से ठीक नही होगा इसे इसकी बीमारी आप ही ठीक कर सकते हैं । उसने पूछा वो कैसे ?
लकड़हारे ने फ़रमाया वो जो घड़ा आप देख रहे हो उसमे इसकी कै (उल्टी) है जो इससे शादी करना चाहता है अगर वो इसे पी लेगा ये पहली की तरह हसीन ओ जवान होजाएगी इसकी ख़ूबसूरती उस घड़े में क़ैद है । बादशाह के होश उड़ गए बादशाह वहाँ से गुस्साते हुवे चला गया और कहा तू और तेरी बेटी इसी जगह मर मुझे नही करनी किसी बदसूरत लड़की से शादी मैंने तो उसकी खूबसूरती से उसे चाहा था ।
दिन गुज़रते रहे लड़की ठीक होती रही । एक दिन एक मुसाफ़िर रास्ता भटक के फिर से लकड़हारे की झोपड़ी में पहुँचा । लकड़हारे ने उससे पूछा तुम कौन हो उस हसीन नौजवान ने फ़रमाया में एक मुसाफ़िर हूँ रास्ता भटक गया हूँ क्या आप मुझे एक रात अपने घर में रुकने की इजाज़त दे सकते हैं । उस नौजवान के चेहरे से शराफ़त झलक रही थी उसका चेहरा नूर से भरा हुआ था । लकड़हारे ने इजाज़त दे दी उस नौजवान ने फ़रमाया तावील सफ़र की वजह से मेरी नमाज़ कज़ा होगयी है मैं नमाज़ पढ़ना चाहूँगा ।लकड़हारे ने उसे जा नमाज़ और वज़ू का पानी लाकर दिया उस नौजवान ने वज़ू किया और नमाज़ पढ़ी । नमाज़ पढ़ के फ़ारिग़ हुआ खाना खाया । आधी रात हुई वो उठा और नमाज़ ए शब पढ़ने लगा नमाज़ ए शब पढ़ के बैठा वो क़ुरआन की तिलावत करने लगा उसे किसी लड़की की आवाज़ सुनाई दी उसने ग़ौर किया तो कोई लड़की अपने रब से दुआ मांग रही थी कि उसे एक नेक नमाज़ी परहेज़गार दीनी शौहर अता करना जो तेरे ख़ौफ़ से लरज़ता हो जो तेरी रज़ा के लिए हर काम करता हो जो मुफ़लिसों का मददग़ार हो मोहब्बत से लबरेज़ हो हर किसी से ख़ुश इख़लाक़ से पेश आता हो बेसहारो का सहारा हो ग़रीबों का मसीहा हो उसका दिल दौलत से ज़्यादा तेरी और तेरे अहलेबैत की मोहब्बत से भरा हो । लड़की की ये सारी दुआ वो नौजवान सुन रहा था तभी फर्ज की नमाज़ का वक़्त हुआ उसने नमाज़ अदा की । लकड़हारे ने उसके लिए चाय नाश्ते के इंतेज़ाम किया । उस नौजवान ने पूछा बाबा आपके घर में आपके सिवा और कोई है ?
लकड़हारे ने फ़रमाया हाँ मेरी एक बेटी है उसकी ज़िन्दगी बहुत कम है वो एक बीमारी में मुब्तिला होगयी है । उस नौजवान ने कहा अगर आपकी इज़ाज़त हो तो हम आपकी बेटी से शादी करना चाहेंगे मुझे जैसी लड़की चाही वो ख़ूबी आपकी बेटी में है । लकड़हारे ने फ़रमाया बेटा आपका बहुत बहुत शुक्रिया आपने मेरे बारे में इतना सोचा पर मेरी बेटी ना ख़ूबसूरत है ना अच्छी है । नौजवान ने फ़रमाया बाबा उसका दिल बहुत अच्छा है इबदतगुज़ार है मुझे ख़ूबसूरती से फ़र्क़ नही पड़ता मुझे बस एक नेक अच्छी लड़की चाहिए । बेटा अगर आप इतनी ज़िद कर रहे हो तो हम तैयार होजाते हैं पर मेरी बेटी पूरी तरह कभी ठीक नही होगी उसका बस एक ईलाज है । नौजवान ने पूछा क्या ? लकड़हारे ने कहा वो सामने जो घड़ा देख रहे हो उसमे उसकी कै (उल्टियाँ) है जो उससे शादी करना चाहता है अगर वो उस उल्टी को पी ले तो मेरी बेटी फिर से पहली तरह होजाएगी । उस नौजवान ने फ़रमाया बाबा अगर मुझे एक नेक शरीफ़ और जैसी मैं चाहता हूँ वैसी लड़की मिल रही है तो इसमें कोई हर्ज़ नही हम इसे पियेंगे । लकड़हारे की आँखें फटी की फटी रह गयी उसकी साँसे अटक गयी । बेटा इससे तुम्हारी जान भी जा सकती है उस नौजवान ने कहा इज़्ज़त ज़िल्लत मौत हयात सब अल्लाह के हाथ में है अब तो जो होगा देखा जाएगा अल्लाह मेरे दिल के पोशीदा राज़ों को जानता है आज मेरी तलाश पूरी होगयी है होसकता है यही मेरा इम्तेहान हो अल्लाह कोई काम बेवजह नही करता उसने मुझे आपकी झोपड़ी तक इसी मक़सद से लाकर खड़ा किया होगा । उस नौजवान ने बिना अपनी जान की परवाह किए उस घड़े को उठाया और पी गया । अरे बाबा ये क्या ये तो खीर है इसमें तो कोई उल्टी नही है । लकड़हारे ने उसे गले से लगा लिया और कहा जानता हूँ मेरे बच्चे ये तो बस एक नाटक था मुझे पता था ऐसा कोई कभी कर ही नही सकता ये तो मेरी बेटी की ख़्वाहिश थी कि शादी अल्लाह के नेक बंदे से ही करेंगे जिसका दिल पाक़ हो जिसे सूरत से ज़्यादा सीरत पसंद हो इसीलिए ये सारा नाटक करना पड़ा । बेटी बाहर आजाओ अल्लाह ने तुम्हारी दुआ सुन ली है । वो लड़की बाहर आयी उसी तरह बेइंतेहा ख़ूबसूरत । बेटा माफ़ करना मैंने आपको परेशान किया आज से मेरी अमानत तुम्हारी हुई । उस नौजवान ने फरमाया बाबा एक बात कहना चाहूँगा । हाँ बेटा कहो । मैन कल रात आपकी बेटी की ईबादत को देख कर ही इससे शादी करने का फैसला कर लिया था और अगर ये बीमार भी रहती तो मैं पूरी ज़िंदगी इसकी ख़िदमत करता अपनी मोहब्बत से इसे ठीक कर देता । बाबा मैं कोई मुसाफिर नही हूँ । इस पूरी सल्तनत का एकलौता शहज़ादा हूँ । दरअसल मुझे भी ऐसी ही एक नेक सीरत लड़की की तलाश थी जिसे पैसा दौलत नही एक नेक बंदा चाहिए और जिसे अल्लाह पर इतना यक़ीन हो कि वो पत्थर को भी सोना बना दे आज मेरी तलाश पूरी हुई इस पूरे सल्तनत की शहज़ादी है आपकी ये बेटी ।
कुछ इस तरह अल्लाह अता करता है उसकी हिकमत को कोई नही जानता । जहाँ से इंसानी ज़हन काम करना बंद करते है वहाँ से उसके जलवे और मोज़िज़े शुरू होते हैं । अगर आपको कहानी पसन्द आए तो कमेंट करके ज़रूर बताएं । अगला पार्ट आपके कमेंट से ही डिसाइड होगा । ज़्यादा से ज़्यादा कमेंट और शेयर करें । अगले पार्ट लिखे या नही कमेंट करके ज़रूर बताएं । शुक्रिया
True👍
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteGreat messege
ReplyDelete