जब्बार की बिटिया और रुख़सार की अम्मी (लखनऊ की बाजी) ने जब रखा ज़ुकरूवा के सीने पर क़दम, बवाल मचा दिया बे

कौन कहता है आसमान में सुराख़ नही हो सकता
एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों।

कुछ इस तरह की लाइन को चरितार्थ करती है रुख़सार की अम्मी (लखनऊ की बाजी) अब आप पूछेंगे भला ये रुख़सार की अम्मी और जब्बार खान की औलाद कौन है ?

चलिए मिलवाते हैं आपको रुख़सार की अम्मी जब्बार खान की मशहूर तमीजों तहज़ीब वाली बिटिया से। 

जैसे जैसे रुख़सार बड़ी होरही है जब्बार खान की बेटी को रुख़सार की शादी की फ़िक्र सताने लगी है। एक तरफ ये तपती धूप और दूसरी तरफ रुख़सार का ढंकता रंग , रुख़सार की अम्मी को फिक्र के समुंदर में गोते लगवा रहा है। 

हाथ तंग है अभी बिटिया जवान होरही है, रुख़सार का ब्याह रचाना है। इस प्रचंड गर्मी से निजात के लिए रुख़सार की अम्मी ने अभी कुछ दिन पहले ही एसी लगवाया है ताकि बिटिया को पसीना ना हो और बिटिया का रंग गोरा चिट्ठा बनना रहे।
 हो भी क्यों ना हर माँ को अपनी औलाद की फिक्र रहती है फिर भला जब्बार खान की बिटिया अपनी औलाद के लिए फिक्रमंद क्यों ना होती ? 
एकलौती होनहार बिटिया है जो एलएलबी कर रही है। वो भी लखनऊ यूनिवर्सिटी से। लॉक डाउन के दौरान घर में बैठी बैठी रुख़सार और उनकी अम्मी बोर होरही थी। 2021 मार्च का महीना था जब रुख़सार की अम्मी ने अपनी तहज़ीब ओ तमीज़ की दहलीज़ को लांघ कर रुख़सार की फ़िक्रमंदी में ज़ुकरबर्ग के सीने (इंस्टाग्राम) पर क़दम रखा। ज़ुकरू भईया ने पहले रुख़सार की अम्मी को कोई छोटा मोटा इन्फूलेंसर समझा, हल्के में लिया ना भाव दिया ना भावनात्मक जुड़ाव दिया। फिर आया 2022 जब रुख़सार की अम्मी ने लखनऊवी बाजी का औतार लिया। यूं समझ ले जेम्स कैमरून की दोनों औतार भी इस औतार के आगे फेल हो चुकी थी। इस क़दर शोहरत की बुलंदियों पर घर घर रुख़सार की अम्मी और सबकी चहेती बाजी पहुंचने लगी कि ज़ुकरूवा के प्राण पखेरू उड़ गए। अभी तक उसने नांगता और अश्लीलता भरे समाज को प्रोत्साहित किया था। अर्धनग्न तस्वीरों वीडियो और अशलील संवादों से लोगों का मनोरंजन करता रहा। लेकिन जैसे ही रुख़सार की अम्मी ने अपनी लखनवी तहज़ीब ओ तमीज़ के साथ शराफत से अपने क़दम  को ज़ुकरूवा के सीने पर रखा उसका तो दम ही निकल गया। 

रुख़सार की अम्मी की बातें हर घर को अपनी बातें लगने लगी जल्द ही देखते देखते रुख़सार की अम्मी का पीछा (Followers) छह लाख लोगों ने कर डाला। जब्बार की बिटिया धमाल मचा चुकी थी। लोग एक ही नारा लगा रहे है हर घर बाजी घर घर बाजी। 

आज सोशल मीडिया ने जहां लोगों को बिगाड़ रखा है फूहड़ता अश्लीलता और नग्नता से वही कुछ लोग ऐसे भी है जो सामाजिक और घरेलू वीडियो बना कर लोगों के मनोरंजन के साथ ही एक अच्छा पैग़ाम भी दे रहे हैं।

 वक़ील बनने के सफर से मशहूर कॉमेडियन बनने तक का सफ़र तय करने वाले आमिर हिंदुस्तानी के बारे में जानते हैं। जो पढ़ाई में भी होशियार है और अपनी कॉमेडी से लोगों का दिल जीत रहे हैं। आज युवाओं के लिए सोशल मीडिया ने कमाई के साथ ही मशहूर होने के रास्ते खोल दिए है। एक तरह जहां बिना गाली और अश्लीलता के मशहूर होना सोशल मीडिया पर मुश्किल होरहा है वहीं दूसरी तरह शराफ़त, सफ़ाक़त, नज़ाक़त तहज़ीब ओ तमीज़ से लबरेज़ जबालब मनोरंजन के प्यासों को शराफ़त से सैराब करके उनका मनोरंजन करके नाम कामना आसान नही था। लेकिन इस नामुमकिन को मुमकिन बनाने का काम किया लखनऊ की मशहूर बाजी ने।

हम बात कर रहे हैं सर ज़मीन-ए-लखनऊ के मशहूर कॉमेडियन आमिर हिंदुस्तानी की जो सोशल मीडिया पर लखनवी बाजी और रुख़सार की अम्मी के नाम से प्रसिद्ध हैं। आमिर के वीडियो इंस्टाग्राम की नंगी दुनिया में शराफ़त का तमाचा मारती है। तहज़ीब ओ तमीज़ से के दायरे में बिना अश्लीलता, गाली के आमिर की इंस्टाग्राम रील्स जहां ऐवरेज प्रति रील्स चालीस-पचास लाख  (million views per reel video) से ज़्यादा देखी जाती है। आमिर हिंदुस्तानी (लखनऊ की बाजी) ने 2022 मे लखनवी बाजी का औतार लेकर सामाजिक कुरूतियों के विरुद्ध मनोरंजन तरीक़े से वीडियो बनाना शुरू किया। रंग-रूप शादी-ब्याह अमीर-ग़रीब ज़ात पात, रिश्तेदारों से जलन हसद, बुग्ज़ ओ कीना जैसे सामाजिक बुराइयों पर मनोरंजन तरीक़े से प्रहार किया। आमिर हिंदुस्तानी का वीडियो लोगों को अपना दुख दर्द लगने लगा। इतना रियलिस्टिक तरीक़े से आमिर का वीडियो लगता है कि लोग उसे ख़ुद से कनेक्ट करने लगे। रुख़सार को लोग ख़ुद का कैरेक्टर समझने लगे। जिस तरह रुख़सार की अम्मी रुख़सार के दबे रंग की वजह से शादी के लिए परेशान है वैसे ही आज समाज में सभी अपनी बहन बेटियों के रिश्ते के लिए परेशान है। 

आमिर हिंदुस्तानी एलएलबी के छात्र है और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। साथ ही वो अपने एरिया के ग़रीब बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाते हैं। पढ़ने में होशियार आमिर ख़ान उर्फ आमिर हिंदुस्तानी ने अपने नाम के आगे सब टाइटल नही लखाया, इसकी वजह पूछने पर आमिर बताते हैं वो हर हिंदुस्तानी की आवाज़ बनना चाहते हैं। वो हिंदुस्तान के बेटे है बाद में किसी ज़ात फ़िरके धर्म से पहचाने जातेहैं। हमारी पहचान हमारा हिंदुस्तान है, और हमे हिंदुस्तानी होने पर गर्व है। आमिर का मक़सद है समाज में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ अपने वीडियो द्वारा मनोरंजन तरीक़े से संदेश देना।

आज कल जिस तरह लोगों को गोरी खूबसूरत लड़की चाहिए इसकी वजह से दबे रंग वाली होनहार बेटियां घर बैठी रह जाती हैं। समाज में हर किसी को बराबरी का हक़ मिले इसके लिए आमिर का प्रयास है की वो अपने वीडियो के ज़रिए इस मुद्दे को लोगों तक पहुंचाए और उनकी सोच को बदले। 

आमिर ने बताया वो अपने वीडियो में हर घर के उस पहलू को उठाना चाहते है जो लोगों को संदेश दे सकें। हर मीडिल क्लास फैमिली के अनसुने पहलू पर बात करना चाहते हैं। किस तरह एक माँ अपनी औलाद के लिए फ़िक्रमंद होती है, कैसे रिश्ते के लिए जदोजहद करती है। बेटी को सामाजिक स्तर दिलाने के लिए और समाज के बराबर बनाने के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर देती है। 

आमिर का मक़सद समाज में फैली तमाम बुराइयों और फालतू की रस्म को मनोरंजन तरीक़े से बताना है। जो समाज को दो धारा में बांट रही है। दहेज़ रहित शादी, होनहार बेटियों,बहनों के लिए आवाज़ उठाना, उन तमाम बातों को उठाना जिसको हर घर महसूस करता है लेकिन किसी से कह नही पाता है। आज आमिर हिंदुस्तानी के रूप में हर घर को अपनी आवाज़ मिल चुकी है, लोग आमिर को वीडियो को अपनी आपबीती समझ कर देखते शेयर करते हैं। आमिर का वीडियो एक सकारात्मक कार्य कर रहा है लोगों तक अपनी बातें पहुंचाने में। जल्द ही एलएलबी पूरा करने के बाद आमिर का मक़सद एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने का है जो सामाजिक बुराइयों के लिए आवाज़ उठा सकें। लोगों को उनका हक़ दिला सकें  ग़रीबो मज़लूमों का सहारा बन सकें। लोगों को रोज़गार मुहैया करवाने में मदद कर सकें। सादगी से बिना दहेज़ की शादी को प्रोत्साहित क़ार सकें। रंग रूप नस्लभेद को मिटा सकें। क़ता ए ताल्लुक़ात से लोगों में सिलारहमी क़ायम कर सकें, एक दूसरों को लोगों से मोहब्बत से जोड़ सकें। Aamir hindustani

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